"हिंदी भाषा में समाजशास्त्र: अवस्था और अवसर"

Authors

  • डॉ. मोनिया दीक्षित Author

Abstract

"हिंदी भाषा में समाजशास्त्र: अवस्था और अवसर" का अध्ययन भारतीय समाज और संस्कृति के महत्वपूर्ण पहलुओं को समझने में महत्वपूर्ण है। यह अध्ययन हिंदी भाषा में समाजशास्त्र की विकास और उसके अवसरों को विश्लेषित करता है। इस अध्ययन में समाजशास्त्र के सिद्धांत, संदर्भ और उसका योगदान कैसे हिंदी भाषा और समाज में अपनी पहचान बनाता है, इस पर ध्यान केंद्रित होता है। हिंदी भाषा में समाजशास्त्र का अध्ययन समाजिक रूपों, संगठनों, और संरचनाओं की गहराई में नई दिशाएँ प्रस्तुत करता है। इसके अलावा, यह अध्ययन हिंदी भाषा में लोकतंत्र, सामाजिक न्याय, और सांस्कृतिक विविधता के बारे में विचार करता है। अंत में, इस अध्ययन के माध्यम से हम जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में हिंदी भाषा के माध्यम से समाजशास्त्र के प्रयोग के अवसरों को गहराई से समझते हैं।

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Published

2023-11-03

How to Cite

"हिंदी भाषा में समाजशास्त्र: अवस्था और अवसर". (2023). अमृत काल (Amrit Kaal), ISSN: 3048-5118, 1(2), 1-7. https://languagejournals.com/index.php/amritkaal_Journal/article/view/22