भारतीय ग्रामीण जीवन का यथार्थ चित्रण: प्रेमचंद की कहानियों के सन्दर्भ में

Authors

  • कट्टा विष्णुवर्धन रेड्डी Author

Abstract

हिन्दी कथा-साहित्य में मुंशी प्रेमचंद का स्थान अत्यंत विशिष्ट और महत्वपूर्ण है। वे उस युग के लेखक थे, जब भारत सामाजिक, राजनीतिक और आर्थिक संक्रमण के दौर से गुजर रहा था। प्रेमचंद ने अपने साहित्य में ग्रामीण भारत की पीड़ा, संघर्ष, शोषण, धार्मिक पाखंड, जातिगत भेदभाव और स्त्रियों की दयनीय दशा को अत्यंत संवेदनशीलता और यथार्थ दृष्टि से प्रस्तुत किया है। उन्होंने केवल समाज के वंचित वर्ग को स्वर दिया, बल्कि कथा के माध्यम से पाठकों को सोचने पर भी विवश किया।

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Published

2023-12-12

How to Cite

भारतीय ग्रामीण जीवन का यथार्थ चित्रण: प्रेमचंद की कहानियों के सन्दर्भ में. (2023). अमृत काल (Amrit Kaal), ISSN: 3048-5118, 1(2), 44-46. https://languagejournals.com/index.php/amritkaal_Journal/article/view/67