डिजिटल युग में हिंदी कथा लेखन की प्रवृत्तियाँ
Abstract
डिजिटल तकनीक और इंटरनेट के विकास ने हिंदी कथा लेखन में नए आयाम और प्रवृत्तियाँ उत्पन्न की हैं। पारंपरिक मुद्रित साहित्य के स्थान पर अब वेब आधारित प्लेटफार्मों, ब्लॉग, और सोशल मीडिया ने कहानी लेखकों के लिए व्यापक पहुँच और नई अभिव्यक्ति के अवसर प्रदान किए हैं। डिजिटल युग में हिंदी कथा लेखन में लघु कथाएँ, माइक्रो फिक्शन, और प्रयोगधर्मिता बढ़ी है। इसके साथ ही, विविध सामाजिक-राजनीतिक मुद्दों, जीवनशैली के बदलते स्वरूप, और तकनीकी प्रभावों को कथाओं का विषय बनाया जा रहा है। ऑनलाइन पाठक समुदाय के साथ तुरंत संवाद की सुविधा ने कथा लेखन में प्रतिक्रियाशीलता और बहुआयामी विमर्श को प्रोत्साहित किया है। कुल मिलाकर, डिजिटल युग ने हिंदी कथा साहित्य को अधिक समावेशी, गतिशील और नवाचारी बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
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